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Thirumurai |
2.022
तिरुञाऩचम्पन्त चुवामिकळ्
तिरुक्कटैक्काप्पु
तिकऴुम् तिरुमालॊटु नाऩ्मुकऩुम् पुकऴुम् पॆरुमाऩ्; பண் - इन्तळम् (तिरुक्कुटवायिल् कोणेचुवरर् पॆरियनायकियम्मै) Audio: https://www.youtube.com/watch?v=V5P_0KEoTDE |
2.058
तिरुञाऩचम्पन्त चुवामिकळ्
तिरुक्कटैक्काप्पु
कलै वाऴुम् अम् कैयीर्! பண் - कान्तारम् (तिरुक्कुटवायिल् कोणेचुवरर् पॆरियनायकियम्मै) Audio: https://www.youtube.com/watch?v=8bDtm9q9KLI |
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तिरुञाऩचम्पन्त चुवामिकळ् तिरुक्कटैक्काप्पु
2.022  
तिकऴुम् तिरुमालॊटु नाऩ्मुकऩुम् पुकऴुम् पॆरुमाऩ्;
पण् - इन्तळम् (तिरुत्तलम् तिरुक्कुटवायिल् ; (तिरुत्तलम् अरुळ्तरु पॆरियनायकियम्मै उटऩुऱै अरुळ्मिकु कोणेचुवरर् तिरुवटिकळ् पोऱ्ऱि )
तिकऴुम् तिरुमालॊटु नाऩ्मुकऩुम् पुकऴुम् पॆरुमाऩ्; अटियार् पुकल, मकिऴुम् पॆरुमाऩ् कुटवायिल् मऩ्ऩि निकऴुम् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [1] |
ओटुम् नतियुम्, मतियोटु, उरकम्, चूटुम् चटैयऩ्; विटै तॊल्कॊटिमेल् कूटुम् कुऴकऩ् कुटवायिल्तऩिल् नीटुम् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [2] |
कलैयाऩ्; मऱैयाऩ्; कऩल् एन्तु कैयाऩ्; मलैयाळ् अवळ् पाकम् मकिऴ्न्त पिराऩ्; कॊलै आर् चिलैयाऩ् कुटवायिल्तऩिल् निलै आर् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [3] |
चुलवुम् चटैयाऩ्; चुटुकाटु इटमा, नल मॆऩ्मुलैयाळ् नकैचॆय्य, नटम् कुलवुम् कुऴकऩ् कुटवायिल् तऩिल् निलवुम् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [4] |
ऎऩ्तऩ् उळम् मेवि इरुन्त पिराऩ्; कऩ्ऱऩ्; मणि पोल् मिटऱऩ्; कयिलैक् कुऩ्ऱऩ्; कुऴकऩ् कुटवायिल्तऩिल् निऩ्ऱ पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [5] |
अलै चेर् पुऩलऩ्; अऩलऩ्; अमलऩ्; तलै चेर् पलियऩ्; चतुरऩ्; वितिरुम् कॊलै चेर् पटैयऩ् कुटवायिल्तऩिल् निलै चेर् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [6] |
अऱै आर् कऴलऩ्; अऴलऩ्; इयलिऩ् पऱै याऴ् मुऴवुम् मऱै पाट, नटम् कुऱैया अऴकऩ् कुटवायिल्तऩिल् निऱै आर् पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩे. | [7] |
वरै आर् तिरळ्तोळ् अरक्कऩ् मटिय(व्) वरै आर् ऒर्काल्विरल् वैत्त पिराऩ् वरै आर् मतिल् चूऴ् कुटवायिल् मऩ्ऩुम् वरै आर् पॆरुङ्कोयिल् मकिऴ्न्तवऩे. | [8] |
पॊऩ् ऒप्पवऩुम्, पुयल् ऒप्पवऩुम्, तऩ् ऒप्पु अऱियात् तऴल् आय् निमिर्न्ताऩ्; कॊल् नल् पटैयाऩ् कुटवायिल्तऩिल् मऩ्ऩुम् पॆरुङ्कोयिल् मकिऴ्न्तवऩे. | [9] |
वॆयिलिऩ् निलैयार्, विरि पोर्वैयिऩार्, पयिलुम् उरैये पकर् पाविकळ्पाल् कुयिलऩ्; कुऴकऩ् कुटवायिल्तऩिल् उयरुम् पॆरुङ्कोयिल् उयर्न्तवऩे. | [10] |
कटुवाय् मलि नीर् कुटवायिल्तऩिल् नॆटु मा पॆरुङ्कोयिल् निलायवऩै, तटम् आर् पुकलित् तमिऴ् आर् विरकऩ्, वटम् आर् तमिऴ् वल्लवर् नल्लवरे. | [11] |
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तिरुञाऩचम्पन्त चुवामिकळ् तिरुक्कटैक्काप्पु
2.058  
कलै वाऴुम् अम् कैयीर्!
पण् - कान्तारम् (तिरुत्तलम् तिरुक्कुटवायिल् ; (तिरुत्तलम् अरुळ्तरु पॆरियनायकियम्मै उटऩुऱै अरुळ्मिकु कोणेचुवरर् तिरुवटिकळ् पोऱ्ऱि )
कलै वाऴुम् अम् कैयीर्! कॊङ्कै आरुम् करुङ्कून्तल् अलै वाऴुम् चॆञ्चटैयिल्, अरवुम् पिऱैयुम् अमर्वित्तीर्! कुलैवाऴै कमुकम् पॊऩ्पवळम् पऴुक्कुम् कुटवायिल्, निलै वाऴुम् कोयिले कोयिल् आक निऩ्ऱीरे. | [1] |
अटि आर्न्त पैङ्कऴलुम् चिलम्पुम् आर्प्प, अङ्कैयिल् चॆटि आर्न्त वॆण्तलै ऒऩ्ऱु एन्ति, उलकम् पलि तेर्वीर्! कुटि आर्न्त मा मऱैयोर् कुलावि एत्तुम् कुटवायिल्, पटि आर्न्त कोयिले कोयिल् आकप् पयिऩ्ऱीरे. | [2] |
कऴल् आर् पूम्पातत्तीर्! ओतक्कटलिल् विटम् उण्टु, अऩ्ऱु, अऴल् आरुम् कण्टत्तीर्! अण्टर् पोऱ्ऱुम् अळविऩीर्! कुऴल् आर् वण्टु इऩङ्कळ् कीतत्तु ऒलिचॆय् कुटवायिल्, निऴल् आर्न्त कोयिले कोयिल् आक निकऴ्न्तीरे. | [3] |
मऱि आरुम् कैत्तलत्तीर्! मङ्कै पाकम् आकच् चेर्न्तु ऎऱि आरुम् मा मऴुवुम् ऎरियुम् एन्तुम् कॊळ्कैयीर्! कुऱि आर वण्टु इऩङ्कळ् तेऩ् मिऴऱ्ऱुम् कुटवायिल्, नॆऱि आरुम् कोयिले कोयिल् आक निकऴ्न्तीरे. | [4] |
इऴै आर्न्त कोवणमुम् कीळुम् ऎऴिल् आर् उटै आक, पिऴैयात चूलम् पॆय्तु, आटल् पाटल् पेणिऩीर्! कुऴै आरुम् पैम्पॊऴिलुम् वयलुम् चूऴ्न्त कुटवायिल्, विऴवु आर्न्त कोयिले कोयिल् आक मिक्कीरे. | [5] |
अरवु आर्न्त तिरुमेऩि आऩ वॆण् नीऱु आटिऩीर्! इरवु आर्न्त पॆय् पलि कॊण्टु इमैयोर् एत्त नञ्चु उण्टीर्! कुरवु आर्न्त पूञ्चोलै वाचम् वीचुम् कुटवायिल् तिरु आर्न्त कोयिले कोयिल् आकत् तिकऴ्न्तीरे. | [6] |
पाटल् आर् वाय्मॊऴियीर्! पैङ्कण् वॆळ् एऱु ऊर्तियीर्! आटल् आर् मा नटत्तीर्! अरिवै पोऱ्ऱुम् आऱ्ऱलीर्! कोटल् आर् तुम्पि मुरऩ्ऱु इचै मिऴऱ्ऱुम् कुटवायिल्, नीटल् आर् कोयिले कोयिल् आकप् निकऴ्न्तीरे. | [7] |
कॊङ्कु आर्न्त पैङ्कमलत्तु अयऩुम्, कुऱळ् आय् निमिर्न्ताऩुम्, अङ्कान्तु तळ्ळाट, अऴल् आय् निमिर्न्तीर्! इलङ्कैक् कोऩ् तम् कातल् मा मुटियुम् ताळुम् अटर्त्तीर्! कुटवायिल्, पङ्कु आर्न्त कोयिले कोयिल् आकप् परिन्तीरे. | [8] |
तूचु आर्न्त चाक्कियरुम्, तूय्मै इल्लाच् चमणरुम्, एचु आर्न्त पुऩ्मॊऴि नीत्तु, ऎऴिल् कॊळ् माटक् कुटवायिल्, आचारम् चॆय् मऱैयोर् अळविऩ् कुऩ्ऱातु अटि पोऱ्ऱ, तेचु आर्न्त कोयिले कोयिल् आकच् चेर्न्तीरे. | [10] |
नळिर् पून् तिरै मल्कु काऴि ञाऩचम्पन्तऩ्, कुळिर् पूङ् कुटवायिल् कोयिल् मेय कोमाऩै, ऒळिर्पून्तमिऴ् मालै उरैत्त पाटल् इवै वल्लार्, तळर्वु आऩताम् ऒऴिय, तकु चीर् वाऩत्तु इरुप्पारे. | [11] |