तऩऩ ताऩऩ तत्तऩ तन्तऩ तऩऩ ताऩऩ तत्तऩ तन्तऩ तऩऩ ताऩऩ तत्तऩ तन्तऩ ...... तऩताऩ |
कुवळै पूचल्वि ळैत्तिटु मङ्कयल् कटुव तामॆऩु मैक्कण्म टन्तैयर् कुमुत वायमु तत्तैनु कर्न्तिचै ...... पॊरुकाटै कुयिल्पु ऱामयिल् कुक्किल्चु रुम्पिऩम् वऩप तायुत मॊक्कुमॆ ऩुम्पटि कुरल्वि टाइरु पॊऱ्कुट मुम्पुळ ...... कितमाकप् पवळ रेकैप टैत्तत रङ्कुऱि युऱवि याळप टत्तैय णैन्तुकै परिच ताटऩ मॆय्क्कर णङ्कळिऩ् ...... मतऩूलिऩ् पटियि लेचॆय्तु रुक्किमु यङ्कियॆ अवच माय्वट पत्रनॆ टुञ्चुऴि पटियु मोकच मुत्रम ऴुन्तुत ...... लॊऴिवेऩो तवळ रूपच रच्चुति यिन्तिरै रतिपु लोमचै क्रुत्तिकै रम्पैयर् चमुक चेवित तुर्क्कैप यङ्करि ...... पुवनेचै चकल कारणि चत्तिप रम्परि यिमय पार्वति रुत्रिनि रञ्चऩि चमय नायकि निष्कळि कुण्टलि ...... यॆमतायि चिवैम नोमणि चिऱ्चुक चुन्तरि कवुरि वेतवि तक्षणि यम्पिकै त्रिपुरै यामळै यऱ्पॊटु तन्तरुळ् ...... मुरुकोऩे चिकर कोपुर चित्तिर मण्टप मकर तोरण रत्नअ लङ्क्रुत तिरिचि रामलै अप्पर्व णङ्किय ...... पॆरुमाळे. |
कुवळै पूचल् विळैत्तिटुम् अम् कयल् कटुवतु आम् ऎऩुम् मै कण् मटन्तैयर्
कुमुत वाय् अमुतत्तै नुकर्न्तु इचै पॊरु काटै कुयिल् पुऱा मयिल् कुक्किल् चुरुम्पु अ(ऩ्)ऩम् वऩ पतायुतम् ऒक्कुम् ऎऩुम्पटि कुरल् विटा
इरु पॊऩ् कुटमुम् पुळकितमाक पवळ रेकै पटैत्त अतरम् कुऱि उऱ
वियाळ पटत्तै अणैन्तु कै परिचम् ताटऩम् मॆय् करणङ्कळिऩ् मतऩ् नूलिऩ् पटियिले चॆय्तु
उरुक्कि मुयङ्कियॆ अवचमाय् वट पत्र नॆटुम् चुऴि पटियुम् मोक चमुत्रम् अऴुन्तुतल् ऒऴिवेऩो
तवळ रूप चरच्चुति इन्तिरै रति पुलोमचै क्रुत्तिकै रम्पैयर् चमुक चेवित तुर्क्कै पयङ्करि
पुवनेचै चकल कारणि चत्ति परम्परि इमय पार्वति रुत्रि निरञ्चऩि चमय नायकि निष्कळि कुण्टलि ऎमतु आयि
चिवै मनोमणि चिऱ्चुक चुन्तरि कवुरि वेत वितक्षणि अम्पिकै त्रिपुरै यामळै अऱ्पॊटु तन्तु अरुळ् मुरुकोऩे
चिकर कोपुर चित्तिर मण्टप मकर तोरण रत्न अलङ्क्रुत तिरिचिरा मलै अप्पर् वणङ्किय पॆरुमाळे. |