तलैक्कुत् तलै मालै अणिन्ततु ऎऩ्ऩे? चटैमेल् कङ्कै वॆळ्ळम् तरित्ततु ऎऩ्ऩे? अलैक्कुम् पुलित्तोल् कॊण्टु अचैत्ततु ऎऩ्ऩे? अतऩ् मेल् कतनाकम् कच्चु आर्त्ततु ऎऩ्ऩे? मलैक्कु(न्) निकर्-ऒप्पऩ वऩ् तिरैकळ् वलित्तु, ऎऱ्ऱि, मुऴङ्कि वलम्पुरि कॊण्टु, अलैक्कुम् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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पिटित्तु आट्टि ओर् नाकत्तैप् पूण्टतु ऎऩ्ऩे? पिऱङ्कुम् चटै मेल् पिऱै चूटिऱ्ऱु ऎऩ्ऩे? पॊटित्ताऩ् कॊण्टु मॆय्म् मुऱ्ऱुम् पूचिऱ्ऱु ऎऩ्ऩे? पुकर् एऱु उकन्तु एऱल् पुरिन्ततु ऎऩ्ऩे? मटित्तु, ओट्टन्तु, वऩ् तिरै ऎऱ्ऱियिट, वळर् चङ्कम् अङ्कान्तु मुत्तम् चॊरिय, अटित्तु आर् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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चिन्तित्तु ऎऴुवार्क्कु नॆल्लिक्कऩिये! चिऱियार् पॆरियार्, मऩत्तु एऱल् उऱ्ऱाल्; मुन्तित् तॊऴुवार् इऱवार्; पिऱवार्; मुऩिकळ् मुऩिये! अमरर्क्कु अमरा! चन्तित् तटमाल् वरै पोल्-तिरैकळ् तणियातु इटऱुम् कटल् अम्करै मेल्, अन्तित्तलैच् चॆक्कर्वाऩे ऒत्तियाल् अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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इऴैक्कुम्(म्) ऎऴुत्तुक्कु उयिरे ऒत्तियाल्; इलैये ऒत्तियाल्; उळैये ऒत्तियाल्; कुऴैक्कुम् पयिर्क्कु ओर् पुयले ऒत्तियाल्; अटियार् तमक्कु ओर् कुटिये ऒत्तियाल् मऴैक्कु(न्) निकर्-ऒप्पऩ वऩ् तिरैकळ् वलित्तु, ऎऱ्ऱि, मुऴङ्कि वलम्पुरि कॊण्टु अऴैक्कुम् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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वीटिऩ् पयऩ् ऎऩ्? पिऱप्पिऩ् पयऩ् ऎऩ्? विटै एऱुवतु ऎऩ्, मतयाऩै निऱ्क? कूटुम् मलै मङ्कै ऒरुत्ति उटऩ् चटै मेल् कङ्कैयाळै नी चूटिऱ्ऱु ऎऩ्ऩे? पाटुम् पुलवर्क्कु अरुळुम् पॊरुळ् ऎऩ्? नितियम् पल चॆय्त कलच् चॆलविल् आटुम् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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इरवत्तु इटु काट्टु ऎरि आटिऱ्ऱु ऎऩ्ऩे? इऱन्तार् तलैयिल् पलि कोटल् ऎऩ्ऩे? परवित् तॊऴुवार् पॆऱु पण्टम् ऎऩ्ऩे? परमा, परमेट्टि, पणित्तु अरुळाय्! उरवत्तॊटु, चङ्कमॊटु इप्पि मुत्तम् कॊणर्न्तु, ऎऱ्ऱि, मुऴङ्कि वलम्पुरि कॊण्टु, अरवक् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे!
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आक्कुम् अऴिवुम् अमैवुम्, नी ऎऩ्पऩ्, नाऩ्; चॊल्लुवार् चॊल्पॊरुळ् अवै, नी ऎऩ्पऩ्, नाऩ्; नाक्कुम् चॆवियुम् कण्णुम्, नी ऎऩ्पऩ्, नाऩ्; नलऩे! इऩि नाऩ् उऩै नऩ्कु उणर्न्तेऩ्- नोक्कुम् नितियम् पल ऎत्तऩैयुम् कलत्तिल् पुकप् पॆय्तु कॊण्टु, एऱ नुन्ति आर्क्कुम् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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वॆऱुत्तेऩ्, मऩै वाऴ्क्कैयै विट्टॊऴिन्तेऩ्; विळङ्कुम् कुऴैक् कातु उटै वेतियऩे! इऱुत्ताय्, इलङ्कैक्कु इऱै आयवऩै, तलै पत्तॊटु तोळ् पल इऱ्ऱु विऴ; कऱुत्ताय्, कटल् नञ्चु अमुतु उण्टु कण्टम्; कटुकप् पिरमऩ् तलै ऐन्तिलुम् ऒऩ्ऱु अऱुत्ताय् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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पिटिक्कुक् कळिऱे ऒत्तियाल्; ऎम्पिराऩ्! पिरमऱ्कुम् पिराऩ्; मऱ्ऱै माऱ्कुम् पिराऩ्; नொटिक्कुम् अळविल् पुरम् मूऩ्ऱु ऎरियच् चिलै तॊट्टवऩे! उऩै नाऩ् मऱवेन्- वटिक्किऩ्ऱऩ पोल् चिल वऩ् तिरैकळ् वलित्तु, ऎऱ्ऱि, मुऴङ्कि वलम्पुरि कॊण्टु अटिक्कुम् कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩे! .
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ऎम् तम्(म्) अटिकळ्, इमैयोर् पॆरुमाऩ्, ऎऩक्कु ऎऩ्ऱुम् अळिक्कुम् मणिमिटऱ्ऱऩ्, अम् तण्कटल् अम् करै मेल् मकोतै अणि आर् पॊऴिल् अञ्चैक्कळत्तु अप्पऩै, मन्तम् मुऴवुम् कुऴलुम् इयम्पुम् वळर् नावलर् कोऩ्-नम्पि ऊरऩ्-चॊऩ्ऩ चन्तम् मिकु तण् तमिऴ् मालैकळ् कॊण्टु अटि वीऴ वल्लार् तटुमाऱ्ऱु इलरे .
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