ऊऩ् अङ्कत्तु उयिर्प्पु आय्, उलकु ऎल्लाम् ओङ्कारत्तु उरु आकि निऩ्ऱाऩै; वाऩम् कैत्तवर्क्कुम्(म्) अळप्प(अ)रिय वळ्ळलै; अटियार्कळ् तम् उळ्ळत् तेऩ्, अङ्कत्तु अमुतु, आकि, उळ् ऊऱुम् तेचऩै; निऩैत्तऱ्कु इऩियाऩै; माऩ् अम् कैत्तलत्तु एन्त वल्लाऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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1
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पल् अटियार् पणिक्कुप् परिवाऩै, पाटि आटुम् पत्तर्क्कु अऩ्पु उटैयाऩै, चॆल् अटिये नॆरुक्कित् तिऱम्पातु चेर्न्तवर्क्के चित्ति मुत्ति चॆय्वाऩै, नल् अटियार् मऩत्तु ऎय्प्पिऩिल् वैप्पै, नाऩ् उऱु कुऱै अऱिन्तु अरुळ् पुरिवाऩै, वल् अटियार् मऩत्तु इच्चै उळाऩै, वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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2
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आऴियऩाय्, अकऩ्ऱे, उयर्न्ताऩै; आति अन्तम् पणिवार्क्कु अणियाऩै; कूऴैयर् आकि, पॊय्ये कुटि ओम्पि, कुऴैन्तु, मॆय् अटियार् कुऴुप् पॆय्युम् वाऴियर्क्के वऴुवा नॆऱि काट्टि मऱुपिऱप्पु ऎऩ्ऩै माचु अऱुत्ताऩै; माऴै ऒण् कण् उमैयै मकिऴ्न्ताऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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3
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नात्ताऩ् उऩ् तिऱमे तिऱम्पातु, नण्णि अण्णित्तु, अमुतम् पॊतिन्तु ऊऱुम् आत्ताऩै, अटियेऩ् तऩक्कु; ऎऩ्ऱुम् अळवु इऱन्त पल्-तेवर्कळ् पोऱ्ऱुम् चोत्ताऩै; चुटर् मूऩ्ऱिलुम् ऒऩ्ऱि, तुरुवि माल् पिरमऩ्(ऩ्) अऱियात मात्ताऩै; मात्तु ऎऩक्कु वैत्ताऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे .
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4
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नल् इचै ञाऩचम्पन्तऩुम् नावुक्कु-अरचरुम् पाटिय नल्-तमिऴ्मालै चॊल्लियवे चॊल्लि एत्तु उकप्पाऩै; तॊण्टऩेऩ् अऱियामै अऱिन्तु, कल् इयल् मऩत्तैक् कचिवित्तु, कऴल् अटि काट्टि, ऎऩ् कळैकळै अऱुक्कुम् वल् इयल् वाऩवर् वणङ्क निऩ्ऱाऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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5
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पाटुमाप् पाटिप् पणियुम् आऱु अऱियेऩ्; पऩुवुमा पऩुविप् परवुम् आऱु अऱियेऩ्; तेटुमा तेटित् तिरुत्तुम् आऱु अऱियेऩ्; चॆल्लुमा चॆल्लच् चॆलुत्तुम् आऱु अऱियेऩ्; कूटुम् आऱु ऎङ्ङऩमो? ऎऩ्ऱु कूऱक् कुऱित्तुक् काट्टिक् कॊणर्न्तु ऎऩै आण्टु, वाटि नी वाळा वरुन्तल्! ऎऩ्पाऩै वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे .
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6
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पन्तित्त वल् विऩैप् पऱ्ऱु अऱ, पिऱविप्-पटुकटल् परप्पुत् तविर्प्पाऩै; चन्तित्त(त्) तिऱलाल् पणि पूट्टित् तवत्तै ईट्टिय तम् अटियार्क्कु, चिन्तित्तऱ्कु ऎळितु आय्, तिरुप्पातम्, चिवलोकम् तिऱन्तु एऱ्ऱ वल्लाऩै; वन्तिप्पार् तम् मऩत्तिऩ् उळ्ळाऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे .
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7
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ऎव् ऎवर् तेवर् इरुटिकळ् मऩ्ऩर् ऎण् इऱन्तार्कळ् मऱ्ऱु ऎङ्कुम् निऩ्ऱु एत्त, अव् अवर् वेण्टियते अरुळ् चॆय्तु, अटैन्तवर्क्के इटम् आकि निऩ्ऱाऩै; इव् अवर् करुणै ऎम् कऱ्पकक् कटलै; ऎम्पॆरुमाऩ्, अरुळाय्! ऎऩ्ऱ पिऩ्ऩै, वव्वि ऎऩ् आवि मऩम् कलन्ताऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे .
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8
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तिरियुम् मुप्पुरम् चॆऱ्ऱतुम्, कुऱ्ऱत् तिऱल् अरक्कऩैच् चॆऱुत्ततुम्, मऱ्ऱैप् पॆरिय नञ्चु अमुतु उण्टतुम्, मुऱ्ऱुम् पिऩ्ऩै आय् मुऩ्ऩमे मुळैत्ताऩै; अरिय नाल् मऱै अन्तणर् ओवातु अटि पणिन्तु अऱितऱ्कु अरियाऩै; वरैयिऩ् पावै मणाळऩ्, ऎम्माऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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9
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एऩ्ऱ अन्तणऩ् तलैयिऩै अऱुत्तु, निऱैक्क माल् उतिरत्तिऩै एऱ्ऱु, तोऩ्ऱु तोळ्मिचैक् कळेपरम् तऩ्ऩैच् चुमन्त मा विरतत्त कङ्काळऩ्; चाऩ्ऱु काट्टुतऱ्कु अरियवऩ्; ऎळियवऩ्तऩ्ऩै; तऩ् निलाम् मऩत्तार्क्कु माऩ्ऱु चॆऩ्ऱु अणैयातवऩ् तऩ्ऩै; वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टेऩे.
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कलि वलम् कॆट आर् अऴल् ओम्पुम्-कऱ्ऱ नाल्मऱै मुऱ्ऱु अऩल् ओम्पुम् वलि वलम् तऩिल् वन्तु कण्टु, अटियेऩ् मऩ्ऩुम् नावल् आरूरऩ्-वऩ्तॊण्टऩ्- ऒलि कॊळ् इऩ् इचैच् चॆन्तमिऴ् पत्तुम् उळ्ळत्ताल् उकन्तु एत्त वल्लार्, पोय्, मॆलिवु इल् वाऩ् उलकत्तवर् एत्त, विरुम्पि विण्णुलकु ऎय्तुवर् तामे .
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